असहाय की बेटी की शादी में मददगार बने थाना प्रभारी क्षेत्रवासियों ने की सराहना
गुलाम मोहम्मद धुरकी
धुरकी/गढ़वा: गरीब एवं असहाय परिवारों की बेटियों की शादी में मददगार बनने वाले धुरकी थाना के थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार इन दिनों क्षेत्र में काफी प्रशंसा बटोर रहे हैं। उनकी दरियादिली और मानवीय संवेदनाओं से ओत-प्रोत कार्यशैली को लेकर आम जनता में एक नई उम्मीद जगी है।प्राप्त जानकारी के अनुसार, थाना क्षेत्र के खाला गांव निवासी महेंद्र राम की बेटी की शादी होनी थी, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय थी। शादी के लिए आवश्यक धनराशि की कमी के चलते परिजन असमर्थता जता रहे थे, जिससे लड़की के विवाह को लेकर गहरी चिंता बनी हुई थी।इसी दौरान जब इस बात की सूचना थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार को मिली, तो उन्होंने बिना विलंब किए महेंद्र राम और उनके परिवार को थाना परिसर में बुलाया और उनकी पूरी स्थिति को समझा। इसके बाद उन्होंने अपनी ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की ताकि लड़की की शादी बिना किसी बाधा के संपन्न हो सके। थाना प्रभारी की संवेदनशीलता बनी मिसाल थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार ने बताया कि मंगलवार शाम ड्यूटी के दौरान उन्हें यह जानकारी मिली कि केतार चतुर्भुजी मंदिर में अगले दिन बुधवार को महेंद्र राम की बेटी की शादी होने वाली है। लेकिन लड़की के परिवार के पास मंदिर तक जाने के लिए कोई साधन और शादी की आवश्यक सामग्रियों की खरीद के लिए पैसे नहीं थे। इस स्थिति को देखते हुए थाना प्रभारी ने मानवीयता का परिचय दिया और पीड़ित परिवार को थाना कार्यालय बुलाकर उनकी मदद की। उन्होंने महेंद्र राम, उनकी पत्नी और बेटी को शादी की अग्रिम शुभकामनाएं दीं और आवश्यक आर्थिक सहायता प्रदान की, ताकि शादी की सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से हो सकें।जनता ने की थाना प्रभारी की भूरि-भूरि प्रशंसा थाना प्रभारी की इस पहल को लेकर क्षेत्रवासियों में हर्ष का माहौल है। लोगों का कहना है कि पुलिस के प्रति जहां पहले नकारात्मक सोच बनी रहती थी, वहीं अब थाना प्रभारी के इस मददगार रवैये से आमजन में पुलिस के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित हो रहा है। स्थानीय लोगों ने इस कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि उपेन्द्र कुमार न सिर्फ एक जिम्मेदार अधिकारी हैं, बल्कि उनके अंदर मानवीय संवेदनाएं भी गहराई से जुड़ी हुई हैं। थाना प्रभारी ने आमजन से भी आपसी सहयोग की अपील की और कहा कि यदि हर व्यक्ति जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आए, तो समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। उनके इस कार्य को देखते हुए अब क्षेत्र के लोग पुलिस को एक सुरक्षाकर्मी के साथ-साथ मददगार के रूप में भी देखने लगे हैं। यह पहल समाज में एक नई मिसाल कायम कर रही है और निश्चित रूप से सामाजिक सद्भाव एवं सहयोग की भावना को मजबूत करेगी।