धुरकी में गोंडवाना समाज ने श्रद्धा के साथ मनाया शंकर शाह और रघुनाथ शाह का 168वां बलिदान दिवस।Garhwa Tak News

धुरकी में गोंडवाना समाज ने श्रद्धा के साथ मनाया शंकर शाह और रघुनाथ शाह का 168वां बलिदान दिवस।Garhwa Tak News


 ब्यूरो रीपोर्ट:- गुलाम मोहम्मद 

गढ़वा। धुरकी प्रखंड अंतर्गत खुटिया पंचायत सचिवालय के समीप गुरुवार को गोंडवाना समाज ने शहीद महाराजा शंकर शाह मरावी एवं उनके पुत्र कुँवर रघुनाथ शाह मरावी का 168वां बलिदान दिवस श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया। कार्यक्रम का आयोजन गोंडवाना गोंड महासभा के राष्ट्रीय सचिव सह आदिवासी महासभा के जिला सचिव डॉ. कमलेश कुमार सिंह गोंड के आवास पर किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत समाज के भुमका सुखलाल सिंह ने आदिवासी परंपरा और संस्कृति के अनुसार पूजा-अर्चना कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. कमलेश कुमार सिंह ने शहीदों के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महाराजा शंकर शाह और कुँवर रघुनाथ शाह ने अपनी गोंडवाना मातृभूमि की आन-बान-शान के लिए प्राणों का बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि 18 सितंबर 1857 को अंग्रेजों ने इतनी दहशत में आकर दोनों पिता-पुत्र को जबलपुर के एलगिन अस्पताल के सामने तोप के मुंह में बांधकर उड़ा दिया था। यह घटना भारत के स्वतंत्रता संग्राम का एक अद्वितीय और वीरता से भरा अध्याय है, लेकिन इतिहासकारों ने इनके नामों को वह स्थान नहीं दिया जिसके वे हकदार थे। डॉ. सिंह ने समाज को शिक्षित और स्वावलंबी बनाने का संकल्प दिलाते हुए कहा कि आज संघर्ष केवल कलम और शिक्षा के माध्यम से किया जाना चाहिए। उन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त करने पर भी विशेष जोर दिया।कार्यक्रम में गोंडवाना महासभा के धुरकी प्रखंड अध्यक्ष रामकिशुन आयाम, खुटिया अध्यक्ष रामरतन गोंड, प्रांतीय युवा यादव महासभा के जिला उपाध्यक्ष अमरेश प्रसाद यादव, मानसिंह गोंड, देवेंद्र गोंड, बबन गोंड, रामलाल गोंड, मुन्ना लाल बेदिया, जगनारायण गोंड, कामेश्वर गोंड, विनोद गोंड, राजकुमार गोंड, बिमलेश गोंड, पंकज गोंड, रामलाल आयाम, रामकेश भुइयां समेत बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहे और शहीदों को नमन किया।

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