झारखंड: गढ़वा जिले के धुरकी में सुखाल्दारी वॉटरफॉल पर भव्य मेले का आयोजन, दो लाख से अधिक लोगों की उमड़ी भीड़
Gulam Mohmmad
गढ़वा जिले के धुरकी थाना क्षेत्र स्थित अंबाखोरिया गांव के प्रसिद्ध सुखाल्दारी वॉटरफॉल पर मंगलवार, 14 जनवरी 2025 को ऐतिहासिक मेले का आयोजन किया गया। इस मेले में झारखंड और छत्तीसगढ़ के कोने-कोने से दो लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया। प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक आस्था का अद्भुत संगम देखने के लिए उमड़ी भीड़ ने इस आयोजन को खास बना दिया।200 फीट ऊंचाई से गिरने वाले सुखाल्दारी वॉटरफॉल की अनोखी खूबसूरती ने पर्यटकों का दिल जीत लिया। मेले में आए लोग वाटरफॉल के शानदार नजारे को अपने कैमरों में कैद करते नजर आए। यह स्थान न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए बल्कि धार्मिक महत्व के लिए भी प्रसिद्ध है। वॉटरफॉल के पास स्थित प्राचीन मंदिर में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर मेले का आनंद लिया।धुरकी थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल के जवानों और शस्त्र बल को तैनात किया गया था। वहीं, धुरकी के सीओ जुल्फिकार अंसारी ने मेले का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। मेले के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थेमेले में कई प्रकार की मिठाइयां, खिलौने, कपड़े और अन्य वस्त्रों के स्टॉल लगे हुए थे। यहां आए लोग अपनी पसंद के अनुसार सामान खरीदते नजर आए। मिठाइयों की खुशबू और लोकल व्यंजनों ने मेले के आकर्षण को और बढ़ा दिया। यह मेला झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित होने के कारण दोनों राज्यों के लोगों का साझा उत्सव बन गया। लोगों ने वॉटरफॉल और मंदिर में अपनी धार्मिक आस्था व्यक्त करते हुए सांस्कृतिक परंपराओं का पालन किया।इस वर्ष मेला पहले से अधिक भव्य और आकर्षक दिखा। सुखाल्दारी वॉटरफॉल के मनोरम दृश्य और आयोजन की भव्यता ने इसे एक ऐतिहासिक आयोजन बना दिया सुखाल्दारी वॉटरफॉल मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों के लिए एक अद्भुत अनुभव है। झारखंड के इस विशेष मेले ने न केवल राज्य की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा दिया।
