शव लेने पहुंचे पुलिस व वन कर्मियों के साथ ग्रामीणों की झड़प वन कर्मी घायल
चिनियां। थाना क्षेत्र के चपकली गांव में शुक्रवार रात्रि 2 बजे हाथी ने स्थानीय निवासी 60 वर्षीय गोपाल यादव को कुचल कर मार डाला। गोपाल यादव के छह वर्षीय पोती छोटी कुमारी को घायल कर दिया है। गांव में हाथी आने की घटना के बाद काफी हल्ला मचाने के बाद हाथी को भगाया गया। शनिवार सुबह हजारों ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे तथा शव को उठाने से रोक दिया। ग्रामीण व महिलाएं काफी आक्रोशित होकर वन विभाग के पांच वन रक्षियों के साथ हाथापाई करने से सभी घायल हो गए। ग्रामीण लगभग 5 घंटे तक शव को नहीं उठाने की जिद पर अड़े रहे। ग्रामीणों का मांग थी कि घटनास्थल पर डीएफओ व रेंजर पहुंच कर उनकी समस्याओं को सुने, घटनास्थल पर रेंजर व डीएफओ नहीं पहुंचे। चिनियां थाना प्रभारी अमित कुमार व बीडीओ सुबोध कुमार के काफी समझाने के बाद शव को उठाकर पुलिस अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा भेजा। परिजनों को वन विभाग द्वारा मौके पर 5000 दिए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर 3.50 लाख और दिए जाने की बात कही। थाना प्रभारी ने कहा कि घटना में ग्रामीण और पुलिस पदाधिकारी के साथ भी हाथापाई की गई है। इससे पुलिस कर्मियों को भी चोट आई हैं। वही वन विभाग के वनों के क्षेत्र पदाधिकारी गोपाल चंद्रा ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा वन कर्मियों की पिटाई की गई है। इसका वीडियो क्लिप है, उसके माध्यम से पिटाई करने वाले के विरुद्ध आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। हाथी को भगाने पर रेंजर ने कहा कि हाथी झुंड से बिछढ़ गया है। हाथी बैड बिहेवियर के कारण झुंड से भटक गया है। इससे लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। घटना के बाद घायल वनपाल अनिमेष कुमार वनरक्षी प्रेमचंद दास राधेश्याम प्रसाद विपिन बिहारी महतो हेमंत तिर्की शामिल है।
एक सप्ताह में दर्जनों घरों को हाथियों ने बनाया निशाना।
प्रखंड क्षेत्र में सप्ताह के अंदर चपकली गांव में हाथियों ने कई किसानों के घरों को तोड़ दिया। साथ ही घरों में रखा अनाजों को खा गए। चपकली गांव निवासी सुरेंद्र भुइयां, राम लगन सिंह, संजू भुइयां, सोमारु भुइयां, विनोद भुइयां, जितेंद्र भुइयां, महावीर भुइयां, फुल मनिया कुंवर का घर जंगली हाथी तोड़ दिया है। इससे लोग बेघर हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र से जंगली हाथियों को भगाया जाए तथा हमें सुरक्षा दी जाए इसी को लेकर के जंगली हाथी के हमले के मौत के कारण मौत के कारण ग्रामीण उग्र हो गए थे। सुबह 6 से लेकर 11 बजे तक के बीच ग्रामीण महिलाएं एवं वन विभाग के कर्मियों के बीच दो बार झड़प हो गई। काफी संख्या में पुलिस बल को बुलाना पड़ा था, लेकिन चिनियां थाना प्रभारी अमित कुमार के सूझबूझ के कारण बहुत बड़ा घटना होने से बच गया