धुरकी पुलिस ने पकड़ा साइबर ठग फर्ज़ी अंगुठे से कर रहा था बैंक खातो से निकासी
Thursday, April 10, 2025
Edit
गुलाम मोहम्मद धुरकी
गढ़वा जिले के धुरकी थाना क्षेत्र में पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। आरोपी, निरंजन कुमार, डंडई थाना क्षेत्र के सोनेहारा गांव का निवासी है और जगनारायण साव का पुत्र है। वह अपने गांव में रेपि-पे, फिनो पेमेंट और स्पाइस मनी जैसे सीएसपी (कस्टमर सर्विस प्वाइंट) केंद्रों का संचालन करता था। निरंजन कुमार पर आरोप है कि वह फर्जी अंगूठे के निशान बनाकर ग्रामीणों के बैंक खातों से अवैध रूप से पैसे निकाल रहा था। पुलिस ने सरस्वती देवी के लिखित आवेदन पर मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान सामने आया कि 27 मार्च को टाटीदीरी गांव की महिला फुल कुमारी जब पैसे निकालने के लिए सीएसपी केंद्र पहुंची, तो आरोपी ने एम-सील, फेवीकॉल और बोरोप्लस क्रीम की मदद से उसका नकली अंगूठा तैयार कर लिया। इसके जरिए उसके खाते से 7,500 रुपये निकाल लिए गए। इसी तरह, सफीना खातून के खाते से 9,500 रुपये और रेशमी देवी के खाते से 4,500 रुपये की अवैध निकासी की गई। 28 मार्च को इन सभी पीड़ित महिलाओं ने धुरकी थाना में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से एक लैपटॉप, फिंगरप्रिंट स्कैनर मशीन, बोरोप्लस क्रीम, फेवीकॉल और अन्य संदिग्ध सामग्री बरामद की। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी पहले भी कई लोगों के अंगूठे के निशान लेकर इस तरह की धोखाधड़ी कर चुका है।इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार के नेतृत्व में सब-इंस्पेक्टर विक्कु कुमार, सुनील राम, सहायक अवर निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार, सुभाष कुमार और कंप्यूटर ऑपरेटर फुलेंद्र कुमार बैठा समेत सशस्त्र बल के जवानों ने अहम भूमिका निभाई।धुरकी थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार ने बताया कि गुरुवार को एक ही दिन में तीन अपराधियों को जेल भेजा गया, जिनमें साइबर ठग निरंजन कुमार भी शामिल है। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और साइबर ठगी की किसी भी घटना की सूचना तुरंत टोल फ्री नंबर 1930 पर दें।
गढ़वा जिले के धुरकी थाना क्षेत्र में पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। आरोपी, निरंजन कुमार, डंडई थाना क्षेत्र के सोनेहारा गांव का निवासी है और जगनारायण साव का पुत्र है। वह अपने गांव में रेपि-पे, फिनो पेमेंट और स्पाइस मनी जैसे सीएसपी (कस्टमर सर्विस प्वाइंट) केंद्रों का संचालन करता था। निरंजन कुमार पर आरोप है कि वह फर्जी अंगूठे के निशान बनाकर ग्रामीणों के बैंक खातों से अवैध रूप से पैसे निकाल रहा था। पुलिस ने सरस्वती देवी के लिखित आवेदन पर मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान सामने आया कि 27 मार्च को टाटीदीरी गांव की महिला फुल कुमारी जब पैसे निकालने के लिए सीएसपी केंद्र पहुंची, तो आरोपी ने एम-सील, फेवीकॉल और बोरोप्लस क्रीम की मदद से उसका नकली अंगूठा तैयार कर लिया। इसके जरिए उसके खाते से 7,500 रुपये निकाल लिए गए। इसी तरह, सफीना खातून के खाते से 9,500 रुपये और रेशमी देवी के खाते से 4,500 रुपये की अवैध निकासी की गई। 28 मार्च को इन सभी पीड़ित महिलाओं ने धुरकी थाना में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपी के पास से एक लैपटॉप, फिंगरप्रिंट स्कैनर मशीन, बोरोप्लस क्रीम, फेवीकॉल और अन्य संदिग्ध सामग्री बरामद की। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी पहले भी कई लोगों के अंगूठे के निशान लेकर इस तरह की धोखाधड़ी कर चुका है।इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार के नेतृत्व में सब-इंस्पेक्टर विक्कु कुमार, सुनील राम, सहायक अवर निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार, सुभाष कुमार और कंप्यूटर ऑपरेटर फुलेंद्र कुमार बैठा समेत सशस्त्र बल के जवानों ने अहम भूमिका निभाई।धुरकी थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार ने बताया कि गुरुवार को एक ही दिन में तीन अपराधियों को जेल भेजा गया, जिनमें साइबर ठग निरंजन कुमार भी शामिल है। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और साइबर ठगी की किसी भी घटना की सूचना तुरंत टोल फ्री नंबर 1930 पर दें।